RAJASTHAN BOARD EXAMINATION, 2019
CLASS 10th
HINDI
समय: 3¼ घंटे अधिकतम अंक: 80
परीक्षाओं के लिए सामान्य निर्देश:-
1. सभी प्रश्न करने अनिवार्य हैं।
2. सभी प्रश्नों के अंक प्रश्न के सामने अंकित हैं।
खण्ड -क
निम्नांकित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
आधुनिक काल में भी नारी एक बार फिर से अपनी पूरी क्षमता, शक्ति और साहस के साथ समाज में दिखाई देने लगा । शिक्षा के प्रचार – प्रसार से वह पूरी तरह आत्मविश्वास से भर गई। आप आज़ादी की लड़ाई का उदाहरण ही लीजिए। भीकाजी कामा, सरोजिनी नायडू, अरूणा आसफ अली, कैप्टन लक्ष्मी सहगल आदि बहुत सारे नाम आपके जेहन में आते जाएंगे। गाँधीजी के एक आह्वन पर न जाने कितनी महिलाएँ घर-बार छोड़कर देश का आजादी के लिए संघर्ष करने निकल पडी। चाहे वो गाँव की हों, छोटे कस्बे की हों, शहर की हों, या महानगर ” , चाह व पढ़ी लिखी हों, चाहे गरीब हों या अमीर, सभी वर्गों की नारियाँ पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आज़ादी की लड़ाई में घर से बाहर निकल पड़ी थीं।
प्रश्न :1) उपर्युक्त गद्यांश का शीर्षक लिखिए।
प्रश्न :2) नारियाँ आत्मविश्वास से कैसे भर गईं।
प्रश्न :3) आधुनिक नारी का आज़ादी में क्या योगदान रहा?
निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
भई, सूरज
ज़रा इस आदमी को जगाओ
भई, पवन
ज़रा इस आदमी को हिलाओ,
यह आदमी जो सोया पड़ा है,
जो सच से बेखबर सपनों में खोया पड़ा है।
वक़्त पर जगाओ,
नहीं तो जब बेवक़्त जागेगा
यह तो जो आगे निकल गए हैं
उन्हें पाने घबरा कर भागेगा यह।
घबरा के भागना अलग है
क्षिप्र गति अलग है
क्षिप्र तो वह है जो सही क्षण में सजग है
सूरज, इसे जगाओ,
पवन, इसे हिलाओ।
प्रश्न :4) कविता में कैसे आदमी को जगाने की बात कही गई है?
प्रश्न :5) आदमी को वक़्त पर क्यों जगाना आवश्यक है?
प्रश्न :6) घबरा के भागने व क्षिप्र गति में क्या अंतर है?
खण्ड -2
प्रश्न :7) दिए गए बिंदुओं के आधार पर निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 300 शब्दों में निबंध लिखिए:
(क) विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व
i) प्रस्तावना – अनुशासन का अर्थ
ii) अनुशासन से लाभ, अनुशासन हीनता से नुकसान
iii) अनुशासन में रहना कैसे सीखा जा सकता है?
iv) उपसंहार
(ख) आतंकवाद : एक विश्वव्यापी समस्या
i) प्रस्तावना- आतंकवाद की परिभाषा
ii) आतंकवाद के उद्देश्य
iii) आतंकवाद को नियंत्रित करने के उपाय
(ग) यातायात सुरक्षा
i) प्रस्तावना – यातायात सुरक्षा की महत्ता
ii) यातायात के सामान्य नियम
iii) यातायात नियमों के पालन से लाभ
iv) उपसंहार
घ) योग – व्यायाम से जीवन विकास
i) प्रस्तावना- योग-व्यायाम का परिचय
ii) योग-व्यायाम के प्रकार
iii) योग – व्यायाम से होने वाले शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक लाभ
iv) उपसंहार
प्रश्न :8) स्वयं का तहसीलदार (भीण्डर) मानते हुए अपनी तहसील में जलसंकट के कारण जल व्यवस्था हेतु अतिरिक्त बजट की मांग के लिए अपने जिलाधीश, उदयपुर को पत्र लिखिए।
अथवा
स्वयं को चौमु निवासी दवा विक्रेता हेमांग मानते हुए, किसी फार्मा कंपनी को पत्र लिखकर दवाइयाँ मंगवाएँ।
खण्ड -3
प्रश्न :9) क्रिया किसे कहते हैं? कर्म के आधार पर क्रिया के भेद लिखिए।
प्रश्न :10) ‘पत्र मोहन के द्वारा लिखा गया’। वाक्य में निहित कारक, काल और वाच्य लिखिए।
प्रश्न :11) ‘गजानन’ शब्द में कौनसा समास है? निहित समास की विशेषताएँ बताएँ।
प्रश्न :12) निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए:
(क) मेरे को अभी जाना है।
(ख) मेरे पास केवल मात्र पचास रूपये हैं।
प्रश्न :13) निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ लिखिए।
(क) अगर-मगर करना
(ख) आपे से बाहर होना
प्रश्न :14) ‘अंधेर नगरी चौपट राजा’ लोकोक्ति का अर्थ लिखिए।
खण्ड – 4
प्रश्न :15) निम्नलिखित पद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए:
बूझत स्याम कौन तू गोरी।
कहाँ रहति काकी है बेटी, देखी नहीं कबहूँ ब्रज-खोरी।।
काहे को हम ब्रज-तन आवति, खेलत रहतिं आपनी पोरी।
सुनत रहतिं म्रवननि नंद ढोटा, करत फिरत माखन दधि चोरी।।
तुम्हरो कहा चोरि हम लै, खेलन चलो संग मिलि जोरी।
सूरदास प्रभु रसिक सिरोमनि, बातनि भुरई राधिका भोरी।।
अथवा
सिंहासन हिल उठे राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,
बूढ़े भारत में भी आयी फिर से नयी जवानी थी,
गुमी हुई आज़ादी की कीमत सबने पहचानी थी,
दूर फिरंगी को करने की सबने मन में ठानी थी,
चमक उठी सन सत्तावन में,
वह तलवार पुरानी थी,
बुदेले हर बालों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसी वाली रानी थी।
प्रश्न :16) निम्नलिखित गद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए:
सनानी आम का बाग लगाता है जेलर साहब! वह जानता है, इस आम का अमृत उसे नहीं मिलेगा। पण बाकर, खून- पसीने से सींचकर, यह अमृत – फल आने वाली पीढ़ियों के लिए उगाता है।
ग्राम भी इसी भावना से लड़ा जा रहा है। भगीरथ गंगा खुद के लिए नहीं लाया था। युगों – युगों तक लोक उस भगीरथी से अपने तन-मन की प्यास बुझाते रहेंगे।
अथवा
या स बचने का उपाय मानसिक अनुशासन है। जो व्यक्ति ईर्ष्यालु स्वभाव का है, उसे फालतू बातों के बारे में सोचने की आदत छोड़ देनी चाहिए। उसे यह भी पता लगाना चाहिए कि जिस अभाव के कारण वह ईर्ष्यालु बन गया है, उसकी पूर्ति का रचनात्मक तरीका क्या है। जिस दिन उसके भीतर यह जिज्ञासा आएगी, उसी दिन से वह ईर्ष्या करना कम कर देगा।
प्रश्न :17) ‘लक्ष्मण परशुराम संवाद’ पाठ के संवादों पर विस्तृत टिप्पणी कीजिए।
अथवा
‘प्रभो!’ कविता का सार अपने शब्दों में लिखिए।
प्रश्न :18) लोक संत पीपा के जीवन एवं उनकी शिक्षाओं का वर्णन कीजिए।
अथवा
“शिक्षा – प्रणाली बुरी होने के कारण क्या सारे स्कूल और कॉलिज बंद कर दिए जाएँ।” उक्त कथन के आधार परस्त्री शिक्षा के विरोधी कुतर्को का खण्डन’ पाठ के संबंध में अपने विचार लिखिए।
निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर 40 से 50 शब्दों में दीजिए।
प्रश्न :19) उपजावे अनुराग, कोयल मन हरखत करै।
कड़वौ लागै काग, रसना रा गुण राजिया।।
उपर्युक्त सोरठे के माध्यम से कवि हमें क्या संदेश देना चाहता है?
प्रश्न :20) ‘मातृ-वंदना’ कविता में कवि माँ के चरणों में क्या-क्या समर्पित करना चाहता है?
प्रश्न :21) ‘कन्यादान’ कविता वर्तमान में किस प्रकार प्रासंगिक है? लिखिए।
प्रश्न :22) लेखक ने देवालय बनाने का विचार क्यों त्याग दिया?
प्रश्न :23) भारत प्रकृति का खूबसूरत उपहार है।” इस कथन को आखिरी चट्टान पाठ के आधार पर समझाइए।
प्रश्न :24) संत दादू ने अपने शिष्यों को क्या शिक्षा दी?
निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर एक पंक्ति में दीजिए:
प्रश्न :25) दादू पंथ के पंचतीर्थ’ का नाम लिखिए।
प्रश्न :26) संत पीपा का मन राज काज से क्यों उचट गया?
प्रश्न :27) श्याम ने झूला झूलने के लिए किसे आमंत्रित किया?
प्रश्न :28) खेतों की मिट्टी पथराई हुई क्यों थी?
प्रश्न :29) निम्न रचनाकारों का संक्षिप्त परिचय लिखिए:
(i) महाकवि निराला (ii) देव
प्रश्न :30) निम्नांकित यातायात संकेतों का क्या अर्थ है?
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